कोई एक भी पीछे न छूटे

एसडीजी का एक केंद्रीय सिद्धांत “कोई एक भी पीछे न छूटे” है, जो समुदाय के सबसे हाशीय और कमज़ोर वर्गों के लिए एसडीजी प्राप्त करने के महत्व को रेखांकित करता है।

भारत को एसडीजी के लक्ष्यों तक पहुँचने के लिए इन संवेदनशील समुदायों की उन्नति प्राप्त करना महत्त्वपूर्ण है| परन्तु, उन्नति को मापने के लिए राष्ट्रीय समुच्चय का उपयोग इन समुदायों के डेटा और आवाज़ों को पकड़ने में असफल रहता है| परन्तु, उन्नति को मापने के लिए राष्ट्रीय समुच्चय का उपयोग इन समुदायों के डेटा और आवाज़ों को पकड़ने में असफल रहता है, जिससे वह अदृश्य, बेहिसाब और इस विकास में पीछे रह जाते हैं|

हाशीय समुदायों के साथ उनका काम देखते हुए, नागरिक समाज संगठन बहु-हितधारक साझेदारी की कुंजी हैं जो जमीनी स्तर पर परिवर्तनकारी एजेंडा को प्रभावी ढंग से अनुवाद कर सकते हैं, और सबसे पीछे छूटे समुदायों तक पहुंचर सबके लिए “अजेंडा 2030” प्राप्त कर सकते हैं|